Karwa chauth2024 कब है करवा चौथ का व्रत जानें पूजा का शुभ मुहूर्त और चांद निकलने का समय
Karwa chauth 2024 कार्तिक माह की चतुर्थी तिथि का आरंभ 19 अक्टूबर को शाम में 6 बजकर 17 मिनट पर होगा और 20 अक्टूबर को दोपहर में 3 बजकर 47 मिनट तक चतुर्थी तिथि रहेगी। उदया काल में चतुर्थी तिथि 20 अक्टूबर को रहेगी। इसलिए Karwa chauth की पूजा के लिए 1 घंटे 16 मिनट तक शुभ मुहूर्त है। पूजा का शुभ समय शाम 5.46 बजे से लेकर शाम 7.02 बजे तक है। इस दौरान अगर सुहागिन महिलाएं पूजा संपन्न करती हैं तो उसका फल कई गुना ज्यादा मिलेगा।
किसने रखा था सबसे पहले Karwa chauth का व्रत, कैसे हुई थी Karwa chauth की शुरुआत जानें

मान्यता है कि इस व्रत को माता पार्वती ने भगवान शिव के लिए रखा था। एक अन्य मान्यता के अनुसार, एक बार जब देवताओं का राक्षसों के साथ युद्ध चल रहा था तो उस समय सभी राक्षस देवताओं पर भारी पड़ रहे थे।
तो सभी देवी ब्रह्मदेव के पास पहुंचते हैं और उन्हें सारी बात बताई और उनसे कहा कि वह अपनी पतियों की रक्षा के लिए क्या कर सकती हैं। तब ब्रह्मदेव ने उन्हें Karwa chauth का व्रत रखने का सुझाव दिया।ब्रह्मदेव के बताए अनुसार, सभी महिलाओं ने Karwa chauth का व्रत रखा जिस वजह से देवताओं की रक्षा हो सकी। तभी से Karwa chauth का व्रत रखने की परंपरा चली आ रही है।
Karwa chauth का संबंध रामायण काल से भी जुड़ा हुआ है और माता सीता ने भगवान श्री राम के लिए Karwa chauth का व्रत रखा था. जब लंकापति रावण के द्वारा मां सीता का हरण किया गया था.
अशोक वाटिका में रहते हुए माता सीता ने अन्न जल का त्याग कर दिया था और तब सभी देवता वहां प्रकट हुए थे और उन्होंने माता सीता को मनाया था तथा उन्हें खीर का भोग लगाया था. एक अन्य कथा के अनुसार यह भी मान्यता है कि भगवान श्री राम के कहने पर ही माता सीता ने Karwa chauth का व्रत किया था.
Karwa chauth पर किस प्रकार के रंगों को धारण करने चाहिए
इस दिन महिलाएं अपने पति की दीर्घायु और उत्तम स्वास्थ्य के लिए Karwa chauth का कठोर निर्जला व्रत रहती हैं. जो सूर्योदय से प्रारंभ होता है और सूर्यास्त के बाद चंद्रदर्शन के पश्चात पति को देख कर उनके हाथों से ही व्रत खुलता है.
इस दिन सभी व्रतियां खास पोषक में होती हैं. सभी सुहागन महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं. इसलिए हिंदू मान्यताओं और ज्योतिष की माने तो मनोवांक्षित फल की प्राप्ति के लिए इस व्रत के विशेष उपायों के साथ – साथ श्रृंगार को लेकर भी विशेष मान्यता है इसलिए Karwa chauth के दिन राशि के अनुसार शुभ रंग पहनना चाहिए ताकि उत्तम फल की प्राप्ति हो.
यहाँ देखें राशिअनुसार रंगों का प्रयोग

- मेष–तो मेष राशि का स्वामी मंगल होता है. इसलिए इस राशि की महिलाओं को व्रत पूजन के दौरान लाल या गोल्डन रंग की साड़ी और लहंगा पहनना चाहिए. साथ ही इसी रंग की चूड़ियां भी पहनना शुभ रहेगा.
- वृषभ– इस राशि की महिलाओं को व्रत के दौरान सिल्वर या लाल रंग की साड़ी पहननी चाहिए. माना जाता है कि ऐसा करने से पति का खूब सारा प्यार मिलता है.
- मिथुन– इस राशि का स्वामी बुध है. इसलिए इस राशी की महिलाओं को हरे रंग की साड़ी, सूट या लहंगा पहनना चाहिए. इससे व्रत का दोगुना फल मिलेगा
- कर्क– इस राशि की महिलाओं का स्वामी स्वयं चंद्रमा है. अतः लाल रंग की साड़ी पहननी चाहिए. इसके साथ ही रंग-बिरंगी चूड़ियां पहनना भी आपके लिए शुभ रहेगा.
- सिंह- सिंह राशि के स्वामी सूर्य हैं. इस राशि की महिलाओं को लाल, नारंगी, गुलाबी या गोल्डन रंग की साड़ी और चूड़ियां पहननी चहिए. ऐसा करने से आपको करवा माता का आशीर्वाद जल्द प्राप्त होगा.
- कन्या– इस राशि का स्वामी बुध है इस कारण महिलाओं को Karwa chauth पर लाल, हरे ,गोल्डन कलर की साड़ी, पहनकर करवा माता की पूजा करनी चाहिए. चूड़ियां इत्यादि भी इन्हीं कलर की उपयोग में लें.
- तुला– इस राशि का स्वामी शुक्र है. इस राशि में महिलाओं को Karwa chauth पर लाल, सिल्वर या गोल्डन रंग के कपड़े और चूड़ियां पहनकर पूजा करनी चाहिए.
- वृश्चिक- इस राशि का मालिक मंगल होता है. इस राशि की महिलाओं को लाल, मैरून या गोल्डन रंग के कपड़े और चूड़ियां धारण करना चहिए.
- धनु– इस राशी का स्वामी बृहस्पति है. और शुभरंग पीला और आसमानी रंग है इन रंगों के धारण से महिलाओं के दांपत्य जीवन में सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है.
- मकर– इस राशि का स्वामी शनि है. और शुभ रंग नीला है इस रंग की साड़ी के साथ – साथ नीले रंग की चूड़ियां पहनने से आप कई विशेष लाभ प्राप्त होते हैं.
- कुंभ– इस राशि के स्वामी शनि ही हैं. और शुभकारी रंग नीला और सिल्वर है. करवा चौथ के व्रत के पूजन में नीले या फिर सिल्वर रंग के कपड़े और चूड़ियां पहनकर Karwa chauth की पूजा करनी चाहिए.
- मीन– इस राशि के स्वामी बृहस्पति है. इसलिए इस राशि की महिलाओं को Karwa chauth पर लाल और गोल्डन रंग के कपड़े पहनना चाहिए. साथ ही गोल्डन चूड़ी पहननी चाहिए.